मामला: मत्तेवाड़ा प्रोजेक्ट रद्द करने का मुख्यमंत्री पंजाब की जनता को बताए कि नया प्रोजेक्ट कब और कहा बनेगा?: श्रुति विज

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मामला: मत्तेवाड़ा प्रोजेक्ट रद्द करने का
मुख्यमंत्री पंजाब की जनता को बताए कि नया प्रोजेक्ट कब और कहा बनेगा?: श्रुति विज
कहा: भूमि अधिग्रहण का कार्य लगभग समाप्त होने के बाद इसे रद्द कर मुख्यमंत्री ने दिया नासमझी का सबूत
पंजाब की इंडस्ट्री और व्यापार हो रहा अन्य राज्यों में शिफ्ट, क्या है पंजाब सरकार की नीति स्पष्ट करें
अमृतसर, 17 जुलाई (): लुधियाना के पास मत्तेवाड़ा बनने वाले टेक्सटाइल पार्क का जोरदार समर्थन करने वाले मुख्यमंत्री भगवंत मान 2 हफ्ते पहले विधानसभा में लाए गए ध्यानाकर्षण प्रस्ताव के बाद पर्यावरण का हवाला देकर एकाएक रद्द करने से पहले पंजाब की जनता को यह बता देते कि नया टेक्सटाइल पार्क कहां और कब बनेगा। यह बात जिला भाजपा सचिव युवा नेत्री ने यहां जारी प्रेस विज्ञप्ति मे कही।
उन्होंने ने बताया कि लगभग 955 एकड़ में लगने वाले इस प्रोजेक्ट का भूमि अधिग्रहण का कार्य लगभग पूरा हो चुका था। 493 एकड़ भूमि मुआवजा देकर पहले ही अधिग्रहित की जा चुकी है इसमें 492 एकड़ जमीन राज्य सरकार की है। मतलब साफ की प्रोजेक्ट लगने में कोई परेशानी नही थी।
उन्होंने ने कहा कि मुख्यमंत्री भगवंत मान की ओर से यह कहा जाना कि पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह की ओर से बिना सोचे समझे इस प्रोजेक्ट को हरी झंडी दे दी जबकि मुख्यमंत्री को इतनी समझ जरूर होनी चाहिए कि कैप्टन अमरिंदर सिंह वाहिद एक ऐसे मुख्यमंत्री रहे जिन्होंने पंजाब के हकों के लिए आवाज उठाई और लगातार पंजाब के लिए संघर्ष करते रहे। अब उनको नासमझ कहना और अपने आप को समझदार कहना यह वाजिब नहीं। ना समझी तो खुद मुख्यमंत्री भगवंत मान ने की है जिन्होंने पिछले 2 साल से लगातार प्रोसेस में चल रहे टेक्सटाइल प्रोजेक्ट को रद्द कर दिया और यह कहा कि हम नई जगह देखेंगे जबकि समझदारी इसमें थी कि यदि प्रोजेक्ट को रद्द भी करना था तो पहले उसके लिए जगह देखी जाती और फिर प्रोजेक्ट को रद्द किया जाता है। किस टेक्सटाइल प्रोजेक्ट के रद्द होने से पंजाब टेक्सटाइल में 5 साल पीछे पड़ गया है। 2 साल तो पहले ही जगह एक्वायर करने में लगा दिए गए जिसे रद्द कर दिया गया और अब नई जगह देखेंगे और उसे प्रोजेक्ट लगेगा। शायद आम आदमी पार्टी का 5 साल का कार्यकाल भी लग जाए।
भगवंत मान में प्रोजेक्ट रद्द करने से पहले यदि उसको मॉडिफाई करने का विचार किया होता तो कुछ ना कुछ हल अवश्य निकल सकता था लेकिन ऐसा करने में वह विफल रहे और अपनी नासमझी का परिचय दिया है।
श्रुति विज ने बताया कि इस प्रोजेक्ट से पंजाब में लाखों नौकरियां निकलने से पंजाब के युवाओं को रोजगार मिलना था लेकिन उनका यह सपना धरा का धरा रह गया। पंजाब का युवा विदेश की तरफ रुख कर रहा है एक जानकारी के अनुसार दो लाख के करीब फाइल कनाडा एम्बेसी के पास पंजाबी युवाओं की पड़ी हुई है।
यदि अब नए प्रोजेक्ट की बात की है तो बॉर्डर एरिया में लगाया जाना चाहिए ताकि इसका विकास हो सके। पंजाब इंपोर्ट और एक्सपोर्ट के मामले में काफी पिछड़ गया है। गुजरात का एक शहर जितना इंपोर्ट एक्सपोर्ट करता है पंजाब पूरा मिलाकर भी उतना नहीं कर पाता। पंजाब में चल रही आम आदमी पार्टी की सरकार को केंद्र सरकार के साथ मिलकर काम करना होगा अन्यथा पंजाब हर तरफ से पिछड़ जाएगा।
उन्होंने पंजाब के व्यापार और इंडस्ट्री का हालात जानकारी देते हुए बताया कि पंजाब में इंडस्ट्री ना के बराबर है जो बची खुची इंडस्ट्री थी वह पलायन कर चुकी है या कर रही है। पंजाब जिसने मुख्यतः लुधियाना व अमृतसर को टैक्सटाइल हब माना जाता था, अब यहां टेक्सटाइल के नाम पर कुछ भी नहीं रह गया। लुधियाना की टेक्सटाइल इंडस्ट्री मध्य प्रदेश उत्तर प्रदेश और हरियाणा शिफ्ट हो रही है। ऑटो स्पेयर पार्ट्स इंडस्ट्री हरियाणा व एन.सी.आर (दिल्ली) शिफ्ट हो रही है। मंडी गोविंदगढ़ की स्क्रैप इंडस्ट्री उत्तर प्रदेश शिफ्ट कर रही है। जो कि चिंता का विषय है।
उन्होंने ने बताया कि हमारे बुजुर्ग बताते हैं कि आतंकवाद के दौर के दौरान पंजाब की इंडस्ट्री हरियाणा के फरीदाबाद चली गई पंजाबियों ने वहां पर जाकर इतना काम किया कि लगभग सभी इंडस्ट्रीज पंजाबियों ने बसाई जबकि आप पंजाब में प्रोजेक्ट लाने की बजाय उसे बचाने की बजाय इधर-उधर की बातों पर ज्यादा ध्यान दे रही है। पंजाब में लगातार युवा नशे की गिरफ्त में जा रहे हैं उन्हें रोजगार नहीं मिल रहा है और यदि रोजगार के लिए पूर्व मुख्यमंत्री ने प्रयास किया तो मान सरकार को वह पसंद नहीं आया। ऐसा लगता है कि भगवंत मान पंजाब में ज्यादा दिलचस्पी नहीं दिखा रहे हैं। पंजाब का रिमोट कंट्रोल केजरीवाल के हाथ में है और उनका एक रोबोट राघव चड्ढा पंजाब को चला रहा है। केजरीवाल राघव चड्ढा की ट्यूनिंग से ऐसा प्रतीत होता है कि भगवंत मान इसका हिस्सा नहीं है। उन्हें सिर्फ एक रबड़ स्टाम्प के तौर पर यूज किया जा रहा है।