मान सरकार द्वारा लुधियाना के सौंदर्यीकरण के लिए विकास कामों पर करीब 17.42 करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे : डॉ. इन्दरबीर सिंह निज्जर

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इन विकास कामों का लुधियाना की बड़ी आबादी को होगा लाभ

मुख्यमंत्री भगवंत मान के नेतृत्व वाली पंजाब सरकार राज्य के लोगों को बुनियादी सहूलतें, साफ़- सुथरा और प्रदूषण रहित वातावरण मुहैया करवाने के लिए पूरी तरह यत्नशील

चंडीगढ़, 17 जनवरीः

स्थानीय निकाय मंत्री डॉ. इन्दरबीर सिंह निज्जर ने बताया कि पंजाब सरकार की तरफ से लुधियाना के सौंदर्यीकरण के लिए विकास कामों पर तकरीबन 17.42 करोड़ रुपए ख़र्च करने का फ़ैसला लिया गया है।

स्थानीय निकाय मंत्री डॉ. इन्दरबीर सिंह निज्जर ने बताया कि मुख्यमंत्री भगवंत मान के नेतृत्व वाली पंजाब सरकार राज्य के लोगों को बुनियादी सहूलतें, साफ़-सुथरा और प्रदूषण रहित वातावरण मुहैया करवाने के लिए पूरी तरह यत्नशील है। इस दिशा में काम करते हुए राज्य भर में विकास कार्य करवाए जा रहे हैं।

इस सम्बन्धी और जानकारी देते हुये स्थानीय निकाय मंत्री डॉ. निज्जर ने बताया कि लुधियाना के जालंधर बायपास के नज़दीक डॉ. अम्बेडकर भवन कम सिखलायी और अनुसंधान केंद्र के भाग-3 ( ऑडीटोरियम) का विकास करने पर करीब 4.18 करोड़ रुपए ख़र्च किये जाएंगे। इसी तरह नगर निगम लुधियाना की सीमा के अंदर जायदादों पर यू. आई. डी नंबर प्लेटें लगाने पर संभावित 4.84 करोड़ रुपए ख़र्च किये जाएंगे।

इसके इलावा कैबिनेट मंत्री ने बताया कि जवद्दी पुल से पक्खोवाल रोड सिद्धवां नहर तक ग्रीन बैलट का विकास करने पर करीब 3.07 करोड़ रुपए और दुग्गरी पुल से जवद्दी तक ग्रीन बैलट के विकास पर लगभग 3.16 करोड़ रूपये खर्च किए जाएंगे। उन्होंने बताया कि गुरूद्वारा बाबा दीप सिंह जी से पक्खोवाल अंडर ब्रिज तक ग्रीन बैलट के विकास के लिए लगभग 1.59 करोड़ रुपए ख़र्च किये जाएंगे।

कैबिनेट मंत्री ने बताया कि नगर निगम लुधियाना ज़ोन-सी के मुख्य दफ़्तर गिल रोड का नवीनीकरण और वार्ड नंबर 2 में शहीद भगत सिंह जी के गेट के निर्माण कामों हेतु और अन्य कामों के लिए तकरीबन 57.21 लाख रुपए ख़र्च किये जाएंगे।

कैबिनेट मंत्री ने बताया कि स्थानीय निकाय विभाग की तरफ से इन कामों के लिए दफ़्तरी प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।

डॉ. निज्जर ने आगे बताया कि मुख्यमंत्री भगवंत मान के नेतृत्व वाली पंजाब सरकार का स्वप्न है कि राज्य के लोगों को भ्रष्टाचार मुक्त प्रशासन मुहैया करवाया जाये, इसके लिए यदि कोई अधिकारी/कर्मचारी भ्रष्टाचार में शामिल पाया जाता है तो उसे सख्ती से निपटा जायेगा।

उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि विभाग के कामों में पारदर्शिता और गुणवत्ता को यकीनी बनाया जाये और किसी भी तरह की ढील बर्दाश्त नहीं की जायेगी।
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