डॉ. ओबरॉय के प्रयासों से हरियाणा के उधम सिंह का पार्थिव शव अमृतसर पहुंचा

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20 जुलाई को परिवार के साथ टूट गया था संपर्क, लावारिस मिला शव

ट्रस्ट देगा पीड़ित परिवार को 2000 रुपये मासिक पेंशन- डॉ. ओबरॉय

अमृतसर, जरूरतमंदों के मसीहा के तौर पर जाने जाते दुबई के प्रसिद्ध कारोबारी और सरबत का भला चैरिटेबल ट्रस्ट के प्रमुख डॉ. एसपी सिंह ओबरॉय के प्रयासों से आज हरियाणा के जिला अंबाला के गांव बहीटा के साथ संबंधित 41 वर्षीय उधम सिंह पुत्र कृपाल सिंह का पार्थिव शरीर दुबई से श्री गुरु रामदास अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा अमृतसर पर पहुंचा। इस सबंध में जानकारी देते हुए डॉ. एसपी सिंह ओबरॉय ने बताया कि उधम सिंह भी अन्य युवाओं की तरह अपने बेहतर भविष्य के सपने लेकर करीब 5 वर्ष पहले दुबई आया था कि गत जुलाई महीने में भेदभरे हालातो में उसकी मृत्यु हो गई। डॉ. ओबरॉय ने बताया कि उधम सिंह का पार्थिव शव लावारिस हालत में मिलने पर भारतीय दूत घर की तरफ से गत 20 अगस्त के करीब उनके साथ संपर्क करके उनको उधम सिंह के परिजनों को यह सूचना देने के लिए कहा गया था। उन्होंने यह भी बताया कि उधम सिंह के पार्थिव शरीर से कोई पहचान पत्र न मिलने के कारण उसकी पहचान उसके अंगूठे को स्कैन करने के बाद हुई थी। उन्होंने बताया कि उन्होंने सरबत का भला ट्रस्ट की हरियाणा इकाई के नुमाइंदे लखविंदरपाल सिंह गरेवाल के माध्यम से मृतक के परिजनों के साथ संपर्क करके उनके साथ हुई इस अनहोनी से अवगत करवाया था। उन्होंने बताया कि उनके द्वारा दुबई स्थित अपनी टीम की तरफ से उधम सिंह का पार्थिव शव भारत भेजने के लिए जरूरी कागजी कार्रवाई भारतीय दूतावास के सहयोग के साथ पूरी करने के बाद आज उसके पार्थिव शब्द को भारत भेजा गया है। डॉ. ओबरॉय ने बताया कि पार्थिव शव भारत भेजने के लिए आया खर्च उनके द्वारा ही किया गया है। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि कानून मुताबिक यह खर्च उनको कुछ समय बाद सरकार की तरफ से प्राप्त हो जाएगा। डॉ. एसपी सिंह ने बताया कि उनके द्वारा उधम सिंह की दो मासूम बेटियों और पत्नी के लिए 2000 रुपये मासिक पेंशन शुरू कर दी गई है।

पीड़ित परिवार के साथ हवाई अड्डे पर दुख व्यक्त करने पहुंची ट्रस्ट की अमृतसर टीम की तरफ से पंजाब अध्य्क्ष सुखजिंदर सिंह हेर, माझा जोन के सलाहकार सुखदीप सिंह सिद्धू, महासचिव मनप्रीत सिंह संधू और नुमाइंदे हरदेव सिंह छीना व परमिंदर सिंह संधू ने बताया कि डॉ. ओबरॉय के प्रयासों से अब तक 375 के करीब बदनसीब लोगों के पार्थिव शव परिजनों तक पहुंचाए जा चुके हैं। इस दौरान हवाई अड्डे पर हरियाणा से पार्थिव शव लेने पहुंचे उधम सिंह के पिता कृपाल सिंह और दोस्त गुरप्रीत सिंह ने डॉ. एसपी सिंह ओबेरॉय का इस बड़े प्रयास के लिए आभार व्यक्त करते हुए कहा कि उनके प्रयासों की बदौलत ही उनके परिवार को उधम सिंह के अंतिम दर्शन नसीब हुए हैं और परिवार की आर्थिक मदद के लिए पेंशन की सहूलत दी गई है।

कैप्शन: हवाई अड्डे पर उधम सिंह के पार्थिव शव को पीड़ित परिवार को सौंपते हुए ट्रस्ट के सदस्य।

कैप्शन: मृतक उधम सिंह की तस्वीर।