अमृतसर, 9 नवंबर ( मनी )
खालसा कॉलेज भौतिक विज्ञान विभाग द्वारा इंडियन थर्मल एनालिसिस सोसाइटी (आईटीएएस) और भारत सरकार के परमाणु ऊर्जा विभाग के सहयोग से दो दिवसीय थर्मल विश्लेषण थर्मन्स-2022 पर 23वां डीएई-बीआरएनएस सिंपोजियम आयोजित किया गया, जिसमें देश भर से 200 से अधिक शिष्टमंडल ने लघु भौतिक विज्ञान के क्षेत्र में नई संभावनाओं के बारे विचार विमर्श किया।
इस सिंपोजियम में पहुंचे वक्ताओं ने भाषण, चर्चा, मौखिक प्रस्तुतीकरण और पोस्टर सत्र देकर अकादमिक विषयों पर प्रकाश डाला। इसमें धातु के मिश्रण पर प्रोटीन ड्रग परस्पर के प्रभाव, परमाणु सामग्री की विशेषता, पोलीमर, धातु, जैविक प्रणाली, पोलीमर मिश्रण, पोलीमर कंपोजिट्स तथा उच्च तापमान के प्रभाव सहित विभिनन हालातों पर चर्चा के दौर चले।
इस सिंपोजियम का उदघाटन करने के बाद प्रिंसिपल डा. महल सिंह ने अपने संबोधन में ऐसे समारोह के आयोजन पर जोर दिया ताकि युवा पीढ़ी में खोज के प्रति रुचि का जज्बा पैदा हो सके। अकादमी मामले के डीन व सिंपोजियम के कनवीनर डा. तमिंदर सिंह ने सिंपोजियम में भाग लेने वाले डेलीगेटों का स्वागत किया।
इस अवसर पर डाॅ. एस कानन, समूह डायरेक्टर, भाभा परमाणु खोज केंद्र, मुंबई जोकि सिंपोजियम के मुख्य मेहमान थे ने कहा कि थर्मन्स 2022 के आयोजन का उद्देश्य बेहतर उत्पादों को डिजाइन करने के लिए सामग्री की विशेषता के लिए थर्मल विश्लेषण विधि की उपयोगिता व महत्ता का प्रचार करना था।
उन्होंने आशा व्यक्त की कि कॉलेज में थरमन का आयोजन युवा छात्रों को खोज के इस क्षेत्र में शामिल होने के लिए जागरूक व उत्साहित करेगा। उन्होंने कहा कि क्षेत्र में खोजकर्ताओं को थर्मल विश्लेषण की अलग अलग तकनीकों में गहराई से जाने की अनुमति देगा।
इस अवसर पर डाॅ. एके त्यागी, प्रमुख, रसायन विभाग, भाभा परमाणु अनुसंधान केंद्र, मुंबई, मुख्य अतिथि ने अपने विचार व्यक्त किए कि थरमन्स-2022 का आयोजन भाभा परमाणु अनुसंधान केंद्र और कॉलेज के बीच खोज के क्षेत्र का पता लगाने के लिए मजबूत संबंध बनाने में बहुत मददगार साबित होगा।
इस अवसर पर डाॅ. जोगा सिंह, डाॅ. हरविंदर कौर, डाॅ. गुरप्रताप सिंह, श्रीमती गुरशरण कौर, डॉ. संजीत अमृता, डॉ. इकबाल सिंह, डाॅ. मोहन सिंह, डाॅ. गुरिंदरपाल सिंह, डॉ. कमलप्रीत, डॉ. परविंदर कौर, डाॅ. परमिंदर सिंह आदि मौजूद थे।