चंडीगढ़, 28 जूनः
कोविड -19 की पाबंदियों में ढील देने के बाद जायदाद की रजिस्टरी सम्बन्धी प्रक्रिया निर्विघ्न ढंग से चल रही है और 07 जून से 25 जून के दरमियान पंद्रह कार्यकारी दिनों में 51007 रजिस्टरियां हो चुकी हैं। यह जानकारी अतिरिक्त मुख्य सचिव राजस्व रवनीत कौर ने नेशनल जेनेरिक डाक्यूमेंट रजिस्ट्रेशन (एनजीडीआर) सिस्टम की प्रगति का जायजा लेने के लिए की गई मीटिंग के उपरांत दी।
नवीनतम रिपोर्ट के अनुसार, राज्य में 07 से 12 जून, 2021 के दरमियान लगभग 18,115 करारनामे रजिस्टर्ड किये गए जबकि 15 से 19 जून के दौरान तकरीबन 17,053 और 21 से 25 जून के दरमियान 15,839 करारनामे रजिस्टर्ड किये गए।
अतिरिक्त मुख्य सचिव राजस्व ने बताया कि सर्वरों के ओवरलोड होने के कारण रजिस्टरी प्रक्रिया में कई बार मामूली रुकावटें आ जाती हैं परन्तु रजिस्टरी प्रक्रिया निरंतर जारी है । पिछले कुछ हफ्तों से इस प्रक्रिया में तेजी आ गई है।
उन्होंने कहा कि एन.आई.सी. और प्रशासनिक सुधार विभाग के साथ कई मीटिंगें की गई और उनको वैबसाईट की कारगुजारी को और बेहतर बनाने के लिए कहा गया है। उन्होंने आगे कहा कि टीमें इस पर काम कर रही हैं।
जिक्रयोग्य है कि एनजीडीआरएस की शुरूआत साल 2017 में मोगा और आदमपुर के सब रजिस्ट्रार कार्यालयों में की गई थी और 27 जून, 2018 को यह सभी जिलों में लागू किया गया था। एनजीडीआरएस द्वारा दस्तावेजों की आनलाइन रजिस्ट्रेशन पंजाब के सभी 175 सब रजिस्ट्रार और ज्वाइंड सब रजिस्ट्रार कार्यालयों में सफलतापूर्वक चल रही है।
यह प्रणाली से नागरिकों को पारदर्शी ढंग से दस्तावेजों को रजिस्टर करवाने में आसानी हुई है। आनलाइन प्रापर्टी रजिस्ट्रेशन प्रणाली रजिस्ट्रेशन को बहुत आसान और नागरिक के अनुकूल बनाती है। भारत सरकार की एनजीडीआरएस सिस्टम की पहल को शुरू करने और मुकम्मल प्रांत में लागू करने वाला पंजाब देश का प्रथम राज्य है। अब तक 18 लाख से अधिक दस्तावेज एनजीडीआर सिस्टम के द्वारा रजिस्टर्ड किये जा चुके हैं।