सिखों के दसवें गुरु श्री गुरु गोबिंद सिंह जी के प्रकाश पर्व के उपलक्ष्य में श्री अकाल तख्त साहिब से एक आलौकिक नगर कीर्तन निकाला गया, पांच प्यारों के नेतृत्व में निकला, यह नगर कीर्तन गुरु नगरी के विभिन्न इलाकों से होता हुआ अकाल तख्त पर में संपन हुआ रास्ते भर में श्रद्धालुओं ने नगर कीर्तन का उत्साह के साथ स्वागत किया
सिखों के दसवें गुरु श्री गुरु गोबिंद सिंह जी के प्रकाश पर्व को समर्पित आलौकिक नगर कीर्तन श्री अकाल तख्त साहिब से शुरू हुआ और इस नगर कीर्तन का नेतृत्व पांच प्यारे कर रहे थे, श्री गुरु ग्रंथ साहिब की छत्रछाया में यह नगर कीर्तन शहर के विभिन्न हिस्सों से होता हुआ अकाल तख्त पर संपन हुआ, हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं ने जगह-जगह नगर कीर्तन का स्वागत किया और पुष्पवर्षा की, रास्तों में गुरु की प्यारी निहंग जत्थेबंदियों और विभिन्न सिख जत्थेबंदियों की ओर से गतका के करतब दिखा कर सिख संगत को निहाल किया, इस मौके पर सच्चखंड श्री हरमंदर साहिब के हेड ग्रंथी ज्ञानी जगतार सिंह ने समूह संगत को गुरु साहिब के प्रकाश पर्व पर गुरु जी द्वारा दर्शाए गए रास्ते पर चलने का संदेश दिया