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राज्य में पालतू जानवरों की दुकानों और डाग ब्रीडरज़ को राज्य पशु भलाई बोर्ड के साथ रजिस्टर्ड किया जाएगा

पशुपालन मंत्री गुरमीत सिंह खुडियां ने बोर्ड की प्रशासकीय समिति की बैठक की अध्यक्षता की
अधिकारियों को रजिस्ट्रेशन शुरू करने की प्रक्रिया में तेज़ी लाने के दिए निर्देश
चंडीगढ़, 27 जुलाई:
पशुओं की भलाई को यकीनी बनाने के साथ उनके प्रति बेरहमी भरे व्यवहार को रोकने के लिए पंजाब के पशु पालन, डेयरी विकास और मछली पालन मंत्री स. गुरमीत सिंह खुडियां ने आज आदेश दिए है कि पालतू जानवरों की सभी दुकानों और डाग ब्रीडरज़ को पंजाब राज्य पशु भलाई बोर्ड के साथ रजिस्टर्ड किया जाए। उन्होंने कहा कि इस संबंधी नोटिफिकेशन जारी कर दिया जाएगा।
यहां पंजाब भवन में राज्य पशु भलाई बोर्ड की प्रशासकीय समिति की मीटिंग की अध्यक्षता करते स. गुरमीत सिंह खुडियां ने विभाग के अधिकारियों को रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया जल्द शुरू करने के आदेश दिए।
लोगों को आवारा पशुओं प्रति संवेदनशील होने की अपील करते कैबिनेट मंत्री ने मनुष्य और जानवरों में दयालुता वाले रिश्ते के बारे में लोगों को जागरूक करने और जानवरों प्रति हमदर्दी वाला व्यवहार अपनाने के लिए विभाग के अधिकारियों को सैमीनार, लैक्चर करवाने के इलावा सोशल मीडिया मुहिम चलाने के लिए भी कहा।
आवारा पशुओं की भलाई के लिए किए जा रहे प्रयास के बारे में पशु पालन, डेयरी विकास और मछली पालन विभाग के प्रमुख सचिव श्री विकास प्रताप ने कैबिनेट मंत्री को बताया कि पशुओं पर अत्याचार को रोकने के लिए सभी जिलों में सुसायटीज़ फार प्रीवैंशन आफ क्र्यूलटी टू ऐनीमलज़ ( एस.पी.सी.ए.) का गठन किया गया है और यह सोसायटियां जानवरों की भलाई के लिए सक्रियता के साथ काम कर रही है। इसके इलावा राज्य में 471 के करीब रजिस्टर्ड गऊशालाएं हैं, जबकि आवारा पशुओं के पुनर्वास के लिए राज्य सरकार द्वारा 20 केटल पौंड भी बनाऐ गए है।
इस मीटिंग में दूसरो के इलावा डायरैक्टर पशु पालन डा. रामपाल मित्तल, ज्वाईंट सचिव राकेश कुमार, आई.एफ.एस.श्री टी. गनाना, ज्वाईंट डायरैक्टर डा. संगीता तूर, ज्वाईंट डायरैक्टर डा.जी.एस.बेदी, ए.डब्ल्यू. बी. आई. डा.एस. भरत कुमार, एडवोकेट सिमरनजीत कौर, सुखवंत सिंह गिल, नंदनी कक्कड और डा. पुनीत मल्होत्रा उपस्थित थे।

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