चंडीगढ़, 8 जुलाईः पंजाब के राज्यपाल की तरफ से बाल कल्याण परिषद, पंजाब के अध्यक्ष होने के नाते नयी कार्यकारी कमेटी को मंजूरी दी गई है जिसकी चेयरपर्सन श्रीमती प्राजकता नीलकांत अवहाड़ को नियुक्त किया गया है। नयी कमेटी का चयन तीन वर्ष के लिए किया गया है।
गौरतलब है कि श्रीमती प्राजकता पेशे से एक वकील हैं और पंजाब और हरियाणा हाई कोर्ट में बतौर मध्यस्थ के रूप में कार्य करते हैं। उनको बाल कल्याण परिषद, मोगा, नवां शहर, गुरदासपुर और राज्य के अन्य हिस्सों में रेड क्रास और परिवारिक सलाह केन्द्रों में काम करने का तजुर्बा है और इसके इलावा वह दिल्ली के सैंटर फार सोशल रिर्सच और वाशिंगटन (अमरीका) में ‘आशा’ संस्था की तरफ से कानूनी सलाहकार, काउंसलर और जैंडर (लिंग) ट्रेनर के तौर पर भी सेवाएं दे चुके हैं। वह एक गैर सरकारी संस्था ‘संवेदना ’ के संस्थापक प्रधान भी हैं जो कि लिंग आधारित भेदभाव को दूर करने के लिए काम करती हुई घरेलू हिंसा और अन्यों को कानूनी सहायता प्रदान करने में अग्रणी भूमिका निभाती है।
श्रीमती प्राजकता अवहाड़ ने अपनी प्राथमिकताएं स्पष्ट करते हुए कहा कि जिला परिषदों को पूरे सामर्थ्य के साथ चलाने के लिए मैंबरशिप मुहिम चलाने, फंड इकठ्ठा करने और परिषद को राज्य में बच्चों के कल्याण के लिए एक बेहतरीन मंच मुहैया करवाने की जरूरत है। उन्होंने आगे कहा कि परिषद की तरफ से जरूरतमंद बच्चों खास करके जो कोविड महामारी से प्रभावित हुए हैं, की भरपूर मदद की जायेगी और ऐसे बच्चों के कल्याण के लिए काम कर रहे अन्य संगठनों के साथ भी तालमेल किया जायेगा।
इसके अलावा बाल कल्याण परिषद के अन्य चुने गए पदाधिकारियों में डा. (श्रीमती) प्रीतम संधू को सचिव और कोषाध्यक्ष श्रीमती रतिन्दर बराड़ को नियुक्त किया गया है। इन दोनों के पास बाल कल्याण, बाल सुरक्षा, किशोर अवस्था के बच्चों के लिए न्याय और उनका संरक्षण करने आदि क्षेत्रों में काम करने का बड़ा तजुर्बा है। डा. प्रीतम संधू केंद्रीय महिला और बाल विकास मंत्रालय की एक अहम संस्था एन.आई.पी.सी.सी.डी. की पूर्व क्षेत्रीय डायरैक्टर भी रह चुके हैं। उनके अलावा रतिन्दर बराड़ जिला और मुख्यालय दोनों स्तर पर बीते 25 वर्षों से काम करने का तजुर्बा रखते हैं और अन्य कल्याण संगठनों जैसे कि आई.सी.एस.डब्ल्यू., सीनियर सिटीजन और रैड क्रास आदि के साथ भी सक्रियता से जुड़े हुए हैं।