निगम के रीजनल मैनेजरों के साथ मीटिंग के दौरान वन मंत्री द्वारा पारदर्शिता पर ज़ोर
चंडीगढ़, 17 जनवरीः
मुख्यमंत्री भगवंत मान के नेतृत्व वाली पंजाब सरकार राज्य में हरियाली के अंतगर्त क्षेत्रफल बढ़ाने और वातावरण की शुद्धता बरकरार रखने के लिए हर कदम उठाने हेतु वचनबद्ध है। इसमें पंजाब राज्य वन विकास निगम का बेहद अहम रोल है। यह विचार पंजाब के वन और वन्य जीव सुरक्षा मंत्री श्री लाल चंद कटारूचक्क ने आज मोहाली के सैक्टर 68 के वन कंपलैक्स पंजाब राज्य वन विकास निगम के रीजनल मैनेजरों की एक मीटिंग की अध्यक्षता करते हुए प्रकट किये।
इस मौके पर श्री कटारूचक्क ने इस बात पर ख़ुशी जाहिर की कि इस वर्ष निगम को 44 करोड़ रुपए की आमदनी वित्तीय साल के पहले 9 महीनों में ही हो गई है जबकि बीते वर्ष निगम को 40 करोड़ रुपए की आमदन हुई थी।
इस मौके पर निगम के अधिकारी द्वारा मंत्री को अवगत करवाया गया कि निगम की तरफ से कई नये प्रोजैक्ट बनाऐ जा रहे हैं जिनमें बठिंडा डिविज़न में वर्मीकम्पोस्ट प्रणाली स्थापित करना शामिल है। इस प्रोजैक्ट से जहाँ निगम की आमदन में विस्तार होगा, वहीं यह प्रणाली वातावरण अनुकूल भी है। इसके इलावा वन के क्षेत्रफल की रक्षा के लिए आर. सी. सी. पिल्लर के इलावा वृक्षों की संभाल के लिए ट्री-गार्ड तैयार करने और इसके इलावा वुडन (लकड़ी) की उच्च स्तर की करेटें तैयार करने आदि प्रोजैक्ट भी शुरू किये गए हैं।
विभागीय कामकाज में पूर्ण पारदर्शिता पर ज़ोर देते हुए श्री कटारूचक्क ने विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिए कि जो कोई भी अनियमितता पायी जाती है, उसके खि़लाफ़ रिकवरी के अलावा बनती सख़्त कार्यवाही अमल में लाई जाये क्योंकि राज्य सरकार की तरफ से भ्रष्टाचार बिल्कुल भी बर्दाश्त न करने की नीति अपनाई जा रही है। उन्होंने इस बात पर भी ज़ोर दिया कि विभाग के कामकाज सम्बन्धी टैंडर प्रक्रिया के दौरान नियमों की सख्ती से पालना यकीनी बनाई जाये।
इस मौके पर दूसरों के इलावा पंजाब राज्य वन विकास निगम के चेयरमैन राकेश पुरी, प्रमुख मुख्य वनपाल आर. के. मिश्रा और मुख्य जनरल मैनेजर गीतांजली भी मौजूद थे।