ऑटो रिक्शा चालकों के दिल जीत कर ले गए आम लोगों के मुख्यमंत्री चन्नी
राह में अचानक रुक कर किया ऑटो चालकों की शिकायतों का निपटारा, चालकों ने मुख्यमंत्री की नई कार्यशैली की तारीफ़ों के पुल बांधे
लुधियाना, 22 नवम्बरः
लुधियाना के गिल चौक पर ग्राहकों के इंतज़ार में ऑटो रिक्शा चालक आम दिनांे की तरह बैठे हुए थे तो उनके पास अचानक मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी के रूप में मेहमान पहुँच गया। मुख्यमंत्री चन्नी ऑटो रिक्शा चालकों की समस्याएँ सुनने के लिए अनाज मंडी की ओर जाते समय रास्ते में उनके पास रुक गए थे।
वहां बैठे चालकों की हैरानी की कोई हद न रही और वह ख़ुशी से झूम उठे क्योंकि हाल ही के इतिहास में यह पहली बार हुआ कि कोई मुख्यमंत्री उनकी शिकायतें सुनने के लिए उनके पास खुद चलकर आया हो। मुख्यमंत्री चन्नी के साथ पंजाब कांग्रेस के प्रधान नवजोत सिंह सिद्धू भी थे जो ऑटो चालकों के दरमियान लकड़ी के बेंच पर बैठे और उनके साथ बातचीत की। मुख्यमंत्री चन्नी को ऑटो रिक्शा चालकों ने चाय की पेशकश की और मुख्यमंत्री ने अपने बेबाक अंदाज़ में इन पलों का आनंद लेते हुए चाय के कप में मट्ठी डूबोकर खाई।
ऑटो रिक्शा चालकों के साथ बातचीत के दौरान मुख्यमंत्री चन्नी ने उनको सभी जायज़ माँगों पर सहानुभूतिपूर्वक विचार करने का भरोसा दिया। ऑटो रिक्शा चालकों की भारी भीड़ हो जाने पर मुख्यमंत्री चन्नी स्टूल पर खड़े हो गए और ताली की गूँज में चालकों को संबोधित किया। ऑटो रिक्शा चालकों के साथ भावनात्मक राग छेड़ते हुए मुख्यमंत्री चन्नी ने कहा कि शुरुआती दिनों में उन्होंने ख़ुद भी ऑटो रिक्शा चलाया। ऑटो चालकों के दिल जीतते हुए मुख्यमंत्री ने ऐलान किया कि उनको जल्द ही नये रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट जारी किये जाएंगे जिससे उनको किसी किस्म की परेशानी से बचाया जा सके।
मुख्यमंत्री चन्नी ने यह भी ऐलान किया कि बकाया पड़े सभी चालान भी माफ कर दिए जाएंगे। उन्होंने ऑटो चालकों को ट्रैफ़िक नियमों का पालन और अपना काम इमानदारी के साथ करने के लिए कहा। मुख्यमंत्री चन्नी ने ऑटो रिक्शे चलाने के लिए विशेष तौर पर पीली लाईन खींचने की माँग को भी स्वीकार कर लिया।
इस अवसर पर पंजाब कांग्रेस के प्रधान नवजोत सिंह सिद्धू, कैबिनेट मंत्री मनप्रीत सिंह बादल और भारत भूषण आशु, विधायक कुलदीप सिंह वैद, संजय तलवार और लखबीर सिंह लखा, मुख्यमंत्री के विशेष प्रमुख सचिव राहुल तिवारी, डिप्टी कमिश्नर वरिन्दर शर्मा, पुलिस कमिश्नर गुरप्रीत सिंह भुल्लर और अन्य उपस्थित थे।