उद्योगों के नुमायंदों के साथ की मीटिंग
चंडीगढ़, 19 जुलाईः पंजाब युवा विकास बोर्ड (पी.वाई.डी.बी.), पंजाब के चेयरमैन सुखविन्दर सिंह बिंद्रा ने कहा कि लुधियाना के उद्योगपतियों ने आने वाले कुछ महीनों में नौजवानों को 20,000 से अधिक नौकरियां देने का भरोसा दिया है। उन्होंने पंजाब सरकार के फ्लैगशिप “घर-घर रोज़गार’ मिशन की हमेशा सहायता करने के लिए लुधियाना के उद्योगों के योगदान की सराहना की।
श्री बिन्द्रा ने औद्योगिक और व्यापारिक उपक्रम (सीआईसीयू) कंपलैक्स के चेंबर ऑफ लुधियाना में उद्योग के कई नुमायंदों के साथ मीटिंग की। इस बैठक में सी.आई.सी.यू. के सभी अधिकारी जैसे कि अध्यक्ष उपकार सिंह आहूजा, महासचिव पंकज शर्मा के साथ निटवेयर, शॉल, कंबल, प्लाईवुड, रंगाई, प्रोसेसिंग, भट्ठी आदि उद्योग से सम्बन्धित ऐसोसिएशनों के नुमायंदों ने शिरकत की।
उद्योगपतियों को संबोधन करते हुए सुखविन्दर सिंह बिंद्रा ने कहा कि यह मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह की सोच और प्रयासों के कारण ही है कि उद्योग ने तालाबन्दी के दौरान एक दिन भी अपने काम बंद नहीं किये। उन्होंने कहा कि जब से पंजाब में कैप्टन अमरिन्दर सिंह के नेतृत्व वाली सरकार बनी है, उद्योगों पर विशेष ज़ोर दिया जा रहा है। चाहे सिंगल विंडो इन्वेस्ट पंजाब हो या 5 रुपए प्रति यूनिट बिजली मुहैया करवाई जानी हो।
चेयरमैन ने उद्योगपतियों को भरोसा दिया कि यह माहौल आने वाले दिनों में भी जारी रहेगा। उन्होंने कहा कि पंजाब एक ऐसा राज्य है, जिसने हमेशा उद्योगों को अनुकूल माहौल प्रदान किया है और इसीलिए कई इकाईयाँ जो पहले बंद हो चुकी थीं, ने मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह के कार्यकाल के दौरान अपना काम दोबारा शुरू किया था। उन्होंने कहा कि ईकाईयों ने सिर्फ़ अपना कामकाज शुरू ही नहीं किया बल्कि अपनी क्षमता भी बढ़ाई क्योंकि बिजली प्रति यूनिट 5 रुपए दी जा रही है।
श्री बिन्द्रा ने उद्योगपतियों से 20 हज़ार से अधिक स्थानी नौजवानों को अगले कुछ महीनों में रोज़गार के अवसर मुहैया करने की अपील की। उन्होंने ज़िला रोज़गार और कारोबार ब्यूरो के अधिकारियों को आदेश दिया कि वह रोज़गार के योग्य नौजवानों की सूचियां तैयार करें जिससे उनको जल्द से जल्द रोज़गार मुहैया करवाया जा सके। उन्होंने वादा किया कि इन नौजवानों को उनके घरों के नज़दीक ही पूर्णकालिक रोज़गार मुहैया किया जायेगा।
श्री बिन्द्रा ने यह भी ऐलान किया कि 100 प्रतिशत टीकाकरण प्राप्त कर चुके उद्योग को ‘प्रशंसा पत्र’ दिए जाएंगे।