सोनी की हालत बिगड़ी, फोर्टिस एस्कार्ट अस्पताल में दाखिल करवाया
सोनी समर्थक भारी संख्या में कचहरी परिसर में पहुंचे और की आप सरकार के खिलाफ नारेबाजी
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संवाद न्यूज एजेंसी
अमृतसर। विजिलेंस ब्यूरो ने सोमवार की दोपहर पंजाब के पूर्व उप मुख्यमंत्री ओपी सोनी को अदालत में पेश किया गया। अदालत ने सुनवाई के बाद दो दिन के पुलिस रिमांड पर भेज दिया है। विजिलेंस ब्यूरो ने सोनी के खिलाफ रविवार को आय से अधिक संपत्ती के मामले में केस दर्ज करने के बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। अदालत में पेश करने के बाद बाहर लाए जाने के कुछ ही देर पर सोनी की हालत बिगड़ गई। उन्हें तुरंत फोर्टिस अस्पताल में दाखिल करवा दिया, जहां डाक्टर लगातार उनकी सेहत पर नजर रखे हुए हैं।
गौर हो कि विजिलेंस ब्यूरो ने आठ महीने की जांच के बाद रविवार को पूर्व उप मुख्यमंत्री ओपी सोनी के खिलाफ आय से अधिक संपत्ती के आरोपों में केस दर्ज करने के बाद उन्हें कल देर सायं ही गिरफ्तार कर लिया था। उन पर आरोप हैं कि साल 2016 से लेकर साल 2022 तक उनकी आय 4.52 करोड़ थी, जबकि उन्होंने इस दौरान 12.48 करोड़ रुपये खर्च किए।
विजिलेंस के एसएसपी वरिंदर सिंह ने बताया कि पूर्व उप मुख्यमंत्री ओपी सोनी को आज दोपहर जिला कचहरी की अदालत में पेश कर दिया गया। जहां अदालत ने सोनी को दो दिन के पुलिस रिमांड पर भेज दिया है। एसएसपी सिंह ने बताया कि अदालत से बाहर लाए जाने के कुछ समय बाद ही ओपी सोनी को दिल की तकलीफ हुई, तो उन्हें तुरंत ही मजीठा-वेरका बाईपास स्थित फोर्टिस अस्पताल में दाखिल करवा दिया। उन्होंने यह भी कहा कि मामले में जांच लगातार जारी है।
कांग्रेस नेता अश्विनी कुमार पप्पू मिट्ठू मदान ने कहा कि ओपी सोनी एक इमानदार नेता है। जो पिछले 35 साल से लोगों की सेवा कर रहे हैं। जो पार्षद बन कर शहर के मेयर बने और फिर विधायक बने। विधायक के बाद कैबिनेट मंत्री और पंजाब के उप मुख्यमंत्री बने। उन्होंने बताया कि ब्यूरो ने यह पर्चा अकेले ओपी सोनी पर नहीं बल्कि पूरी कांग्रेस पार्टी पर पर्चा है।
वहीं सोनी के वकील प्रदीप सैनी ने कहा कि ओपी सोनी को अदालत में पेश किए जाने पर एक घंटे तक बहस चली और दो दिन का पुलिस रिमांड दिया गया। उन्होंने कहा कि आठ महीने की जांच के दौरान विजिलेंस ब्यूरो को कुछ नहीं मिला तो पुलिस रिमांड के दौरान क्या मिलता है, 12 जुलाई को सामने आ जाएगा। हालांकि इस मौके उन्होंने राजनीतिक तौर पर कुछ भी कहने से इनकार कर दिया।